वृक्ष हो भले खड़े,
हो घने हो बड़े
        एक पत्र छांह की
      मांग मत! मांग मत!मांग मत!
अग्निपथ.अग्निपथ.अग्निपथ
      तू न थकेगा कभी
       तू न थमेगा कभी
        तु न मुड़ेगा कभी
कर सपथ!कर सपथ!कर सपथ!
अग्निपथ.अग्निपथ.अग्निपथ.

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