Best Motivational Shayari On Life

Shayari #1 : Struggle and Success

संघर्ष में आदमी अकेला होता है,

सफलता में दुनिया उसके साथ होती है,

जिस-जिस पर ये जग हँसा है,

उसीने इतिहास रचा है…



Shayari#2: Journey of Life

चलता रहूँगा पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊंगा !!
या तो मंजिल मिल जाएगी,
या
अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा !!


Shayari#3: Life

लक्ष्य भी है, मंज़र भी है,
चुभता मुश्किलों का खंज़र भी है !!
प्यास भी है, आस भी है,
ख्वाबो का उलझा एहसास भी है !!

रहता भी है, सहता भी है,
बनकर दरिया सा बहता भी है!!
पाता भी है, खोता भी है,
लिपट लिपट कर रोता भी है !!

थकता भी है, चलता भी है,
कागज़ सा दुखो में गलत भी है !!
गिरता भी है, संभलता भी है,

सपने फिर नए बुनता भी है !!

– (By Nitin Verma)



Shayar#4: Courage

जो मजिंलो को पाने की चाहत रखते,

वो समंदरो पर भी पथरो के पुल बना देते है|





Shayari#5: Patience

पानी को बर्फ में,
बदलने में वक्त लगता है !!
ढले हुए सूरज को,
निकलने में वक्त लगता है !!

थोड़ा धीरज रख,
थोड़ा और जोर लगाता रह !!
किस्मत के जंग लगे दरवाजे को,
खुलने में वक्त लगता है !!

कुछ देर रुकने के बाद,
फिर से चल पड़ना दोस्त !!
हर ठोकर के बाद,
संभलने में वक्त लगता है !!

बिखरेगी फिर वही चमक,
तेरे वजूद से तू महसूस करना !!
टूटे हुए मन को,
संवरने में थोड़ा वक्त लगता है !!

जो तूने कहा,
कर दिखायेगा रख यकीन !!
गरजे जब बादल,
तो बरसने में वक्त लगता है !!

Shayari#6: Hard work

टूटने लगे हौसले तो ये याद रखना,

बिना मेहनत के तख्तो-ताज नहीं मिलते,

ढूंढ़ लेते हैं अंधेरों में मंजिल अपनी,

क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते…





Shayari#7: Never Give Up

जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा,

जो चल रहा है उसके पाँव में ज़रूर छाला होगा,

बिना संघर्ष के चमक नहीं मिलती,

जो जल रहा है तिल-तिल, उसी दीए में उजाला होगा…

Shayari#8: Winners

जीत निश्चित हो तो कायर भी लड़ सकते हैं,बहादुर वे कहलाते हैं,

जो हार निश्चित हो,फिर भी मैदान नहीं छोड़ते…

Shayari#9: Learning

शाम सूरज को ढ़लना सिखाती है,शमा परवाने को जलना सिखाती है,

गिरने वाले को होती तो है तकलीफ,पर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है…





Shayari#10: Commitment

लहरों का शांत देखकर ये मत समझना,की समंदर में रवानी नहीं है,

जब भी उठेंगे तूफ़ान बनकर उठेंगे,अभी उठने की ठानी नहीं है…

Shayari#11: Spark

खोल दे पंख मेरे, कहता है परिंदा, अभी और उड़ान बाकी है,

जमीं नहीं है मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है,

लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेबसी मत समझ ऐ नादाँ,

जितनी गहराई अन्दर है, बाहर उतना तूफ़ान बाकी है


Kuldeep my.blogspot.com

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