क परीक्षा फिर मुख्य परीक्षा तथा अंतिम चरण में अभ्यार्थी का साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण होता है। साक्षात्कार में चयनित अभ्यार्थी अपने अर्जित किये गये अंकों व वरीयता के अनुरूप आई०ए०एस०, आई०पी०एस०, आई०एफ०एस० तथा अन्य केन्द्रीय सेवाओं (ग्रुप ए व ग्रुप बी) के लिए चयनित किये जाते हैं। देश की इस सबसे मुश्किल परीक्षा और इसमें अचूक सफलता के लिए अनुशासन, कठिन परिश्रम, अध्य्यन प्रबंधन और धैर्य ही मूलभूत अधार हैं।
प्रथम चरण: प्रारंभिक परीक्षा

प्ररंभिक परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा का पहला व एक महत्वपूर्ण चरण है। इस परीक्षा में प्रत्येक वर्ष तकरीबन चार लाख से अधिक अभ्यार्थी भाग लेते हैं, किन्तु कुल १३ से १४ हजार अभ्यार्थी ही मुख्य परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त कर पाते हैं।
यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ होती है, जिसमें दो पेपर हुआ करते हैं।
प्रथम प्रश्न पत्र : प्रश्न = 100, कुल अंक = 200, समय = 2 घंटे। (सामान्य अध्ययन - राजनीति विज्ञान, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, सामयिक घटनायें इत्यादि।)
द्वितीय प्रश्न पत्र : प्रश्न = 80, कुल अंक = 200, समय = 2 घंटे। (तार्किक क्षमता एवं योग्यता इत्यादि।)
नोट: प्रत्येक  प्रश्न के लिए दो अंक निर्धारित हैं। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए कुल अंक में से 1/3 अंक काटे जाते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यार्थियों के अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जुडते हैं।
दूसरा चरण: मुख्य परीक्षा

मुख्य परीक्षा: सिविल सेवा परीक्षा का यह दूसरा चरण अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है, और यहीं पर प्रतिभागियों के ज्ञान की वास्तविक परीक्षा होती है । इसमें परीक्षा में कुल 9 (नौ) प्रश्न पत्र होते हैं । वर्ष 2013 में यू०पी०एस०सी० ने मुख्य परीक्षा प्रकृति में कुछ परिवर्तन किये । पूर्व में होने वाले सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र जो कि 600 अंकों का होता था, वह अब 1000 अंकों का होता है। पहले वैकल्पिक विषयों में से किन्हीं दो का चुनाव करना होता था, जो कि कुल 1200 अंकों के होते थे, किन्तु वर्तमान में अभ्यार्थियों को सिर्फ एक ही वैकल्पिक विषय चुना जाना है जो कि कुल 500 अंकों का होता है।
विषयवार अंकतालिका
विषय / प्रश्नपत्र अंक
निबंध 250
सामान्य अध्ययन-1, (भारतीय विरासत एवं संस्कृति, भूगोल, अन्य) 250
सामान्य अध्ययन-2-1 शासन, संविधान, सामाजिक न्याय, अन्य 250
सामान्य अध्ययन-3- प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-प्रौद्योगिकी, अन्य 250
सामान्य अध्ययन-4- नैतिकता, अभिरूचि, योग्यता 250
वैकल्पिक विषय- पत्र - 1 250
वैकल्पिक विषय- पत्र - 2 250
कुल योग: -
1750
नोट:- मुख्य परीक्षा में सफल हुये अभ्यर्थियों को ही यू०पी०एस०सी० सिविल सेवा परीक्षा के तीसरे और अंतिम चरण जो की एक साक्षात्कार परीक्षा है, के लिये बुलाया जाता है।
अंतिम चरण: सिविल सेवा साक्षात्कार

साक्षात्कार में आपके ज्ञान से अधिक, उसकी प्रस्तुति, अवलोकन, आपका आत्मविश्वास एवं महत्वपूर्ण मामलो पर आपके विचार प्रक्रिया व प्रतिक्रिया इत्यादि की परख की जाती है। एक अदर्श साक्षात्कार के लिये लगभक तीस से पैंतीस मिनट तक का समय अच्छा माना जाता है । इसमें प्राय: अभ्यर्थियों के विस्तृत आवेदन प्रपत्र, चयनित एच्छिक विषय, अभिरूचियों व राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय घटनाओं से संबंधित प्रश्न पूंछे जाते हैं।
ज्ञात रहे कि 2013 से मुख्य परीक्षा की पद्धति एवं पाठ्यक्रम के अतिरिक्त साक्षात्कार परीक्षा के अंकों में भी बदलाव किया गया है । पूर्व में साक्षात्कार के लिये 300 अंक निर्धारित थे, किन्तु वर्तमान में यह घटकर 275 अंकों का हो गया है।

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