(Success Story) भभुवा गांव के साधारण किसान का बेटा बना आईएएस | ब्रजेश - 556वीं रैंक
कहते हैं कि मन में दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति हो तो कठिन से कठिन राह आसान हो जाती है। ऐसा ही कर दिखाया है भभुवा गांव के किसान के बेटे ब्रजेश ने। आईएएस परीक्षा में 556वीं रैंक हासिल कर परिवार ही नहीं जनपद का भी गौरव बढ़ाया है।
बबेरू क्षेत्र अंतर्गत भभुवा गांव के किसान जयकरन सिंह के बेटे ब्रजेश कुमार सिंह वर्ष 2010 की आईएएस परीक्षा में चयनित हुए हैं। तीन भाइयों में सबसे बड़े ब्रजेश ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई गांव के ही आदर्श किसान इंटर कालेज में पूरी की। कानपुर से बीएससी व एमएससी एजी की पढ़ाई पूरी की।
प्रथम चयन यूपी पीएससी से एचआई दूसरा चयन यूपीए और तीसरा चयन यूपीपीएससी से गन्ना विभाग के लिए हुआ। सफलता का श्रेय नाना-नानी, माता-पिता एवं बांदा की वनमाला चौहान को दिया। साथ ही हौंसला अफजाई करने पर छोटे भाइयों की सराहना की। कहा कि जहां चाह है वहां राह है।
कहते हैं कि मन में दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति हो तो कठिन से कठिन राह आसान हो जाती है। ऐसा ही कर दिखाया है भभुवा गांव के किसान के बेटे ब्रजेश ने। आईएएस परीक्षा में 556वीं रैंक हासिल कर परिवार ही नहीं जनपद का भी गौरव बढ़ाया है।
बबेरू क्षेत्र अंतर्गत भभुवा गांव के किसान जयकरन सिंह के बेटे ब्रजेश कुमार सिंह वर्ष 2010 की आईएएस परीक्षा में चयनित हुए हैं। तीन भाइयों में सबसे बड़े ब्रजेश ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई गांव के ही आदर्श किसान इंटर कालेज में पूरी की। कानपुर से बीएससी व एमएससी एजी की पढ़ाई पूरी की।
प्रथम चयन यूपी पीएससी से एचआई दूसरा चयन यूपीए और तीसरा चयन यूपीपीएससी से गन्ना विभाग के लिए हुआ। सफलता का श्रेय नाना-नानी, माता-पिता एवं बांदा की वनमाला चौहान को दिया। साथ ही हौंसला अफजाई करने पर छोटे भाइयों की सराहना की। कहा कि जहां चाह है वहां राह है।
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