मेहनत की महिमा
मेहनत से घबराकर जिसने
अपनी जान बचाई है।
सच मानो तुम प्यारे बच्चों
उसने मुँह की खाई है।
मेहनत करना ही जीवन है
इससे ही मिलती सफलता।
छोङो व्यर्थ के सारे झंझट
जिनसे चरित्र बिगड़ता।
सत्य, प्रेम और परिश्रम की
डगर हमें अपनाना है।
मेहनत से अपनी मंजिल पर
आगे कदम बढाना है।
श्रम से ही तकदीर बदलती
और बदलता चोला है।
बङे-बङे साधु संतो ने भी
तो यही सब बोला है।
अपनी जान बचाई है।
सच मानो तुम प्यारे बच्चों
उसने मुँह की खाई है।
मेहनत करना ही जीवन है
इससे ही मिलती सफलता।
छोङो व्यर्थ के सारे झंझट
जिनसे चरित्र बिगड़ता।
सत्य, प्रेम और परिश्रम की
डगर हमें अपनाना है।
मेहनत से अपनी मंजिल पर
आगे कदम बढाना है।
श्रम से ही तकदीर बदलती
और बदलता चोला है।
बङे-बङे साधु संतो ने भी
तो यही सब बोला है।
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