सक्सेज टिप्स
आँखों में जीत के सपने हैं
ऐसा लगता है अब जिंदगी के हर पल अपने हैं.
सपने देखो और उन्हें पूरा करो, आँखों में उम्मीद के ख़्वाब भरो
उपनी मंजिल खुद तय करो, इस बेदर्द दुनिया से मत डरो
सपने देखो और उसे पूरा कर दिखाओ, अपनी तमन्नाओं के पर फैलाओ
चाहे लाख मुसीबतें रास्ता रोके तुम्हारा, उम्मीदों के सहारे आगे बढ़ते जाओ.
बार–बार टूटने के बाद, अब भी मुझमें है हिम्मत संभलने की
यकीं है मुझे पा लूँगा अपनी मंजिल, पार करके हर मुसीबत
गर साथ है मेरे, मेरे खुदा की नेमत.
जब मैं और तुम मिलें, तो किसी और की बात क्यों करें
एक नई सोच की ओर कदम बढ़ाएँ
हौसलों से अपने सपनों की ऊंचाइयों को छू कर दिखाएँ
जो आज तक सिमट कर रह गई थी ख्यालों में
उन सपनों को सच कर दिखाएँ.
जब कदम थक जाते हैं, तो हौसला साथ देता है
जब सब मुँह फेर लेते हैं, तो खुदा साथ देता है.
नेकियाँ करके डाल देना दरिया में
वरना नेकियों के बोझ से तूफान में फंस जाओगे
क्योंकि नाव वही तेज चलती है, जिसमें बोझ कम हो
खुशियों की तरह गम भी एक दस्तूर है जमाने का
जब हर ओर छा जाता है अँधेरा, तो वक्त आता है दिया जलाने का
लोगों की बात से क्यों परेशान होते हो तुम बच्चों की तरह
लोग तो किसी को भी कुछ भी बोल कर निकल जाते हैं
जब हालात बदल जाएँ, तो लोगों के बोल बदल जाते हैं.
कभी अपने सपनों को हकीकत की दुनिया दिखाओ
खुद को इस दुनिया में आजमाओ
दुनिया में सबसे अलग अपनी पहचान बनाओ.
जब दुनिया तुम पर उँगलियाँ उठाए
जब लोग तुम्हारे रास्ते में मुश्किलें बिछाएँ
तो न हार हौसला इन मुश्किलों के आगे
खुद को साबित कर विजेता, तू पलटकर वार कर.
घर-बार न हमारा न कोई ठिकाना
गर्दिश में हैं सितारे, न पास है खजाना
पर ठाठ देखो अपनी हम दिलों में रहते हैं
हाथों में है मुकद्दर, कदमों में है जमाना.
अगर हिम्मत है कुछ कर दिखाने की
तो हौसलों के सहारे आगे बढ़
…. प् सकता है अपनी मंजिल तू भी
बढ़ा अपने एक-एक कदम आगे
और बुलंदी की ऊँचाइयाँ चढ़.
कर यकीन खुद पे इतना
बुलंद हो तेरा हौसला… ऊँचे आसमां जितना
और लिखे तू हर दिन सफलता की नई दास्ताँ
ऐसा लगता है अब जिंदगी के हर पल अपने हैं.
सपने देखो और उन्हें पूरा करो, आँखों में उम्मीद के ख़्वाब भरो
उपनी मंजिल खुद तय करो, इस बेदर्द दुनिया से मत डरो
सपने देखो और उसे पूरा कर दिखाओ, अपनी तमन्नाओं के पर फैलाओ
चाहे लाख मुसीबतें रास्ता रोके तुम्हारा, उम्मीदों के सहारे आगे बढ़ते जाओ.
बार–बार टूटने के बाद, अब भी मुझमें है हिम्मत संभलने की
यकीं है मुझे पा लूँगा अपनी मंजिल, पार करके हर मुसीबत
गर साथ है मेरे, मेरे खुदा की नेमत.
जब मैं और तुम मिलें, तो किसी और की बात क्यों करें
एक नई सोच की ओर कदम बढ़ाएँ
हौसलों से अपने सपनों की ऊंचाइयों को छू कर दिखाएँ
जो आज तक सिमट कर रह गई थी ख्यालों में
उन सपनों को सच कर दिखाएँ.
जब कदम थक जाते हैं, तो हौसला साथ देता है
जब सब मुँह फेर लेते हैं, तो खुदा साथ देता है.
नेकियाँ करके डाल देना दरिया में
वरना नेकियों के बोझ से तूफान में फंस जाओगे
क्योंकि नाव वही तेज चलती है, जिसमें बोझ कम हो
खुशियों की तरह गम भी एक दस्तूर है जमाने का
जब हर ओर छा जाता है अँधेरा, तो वक्त आता है दिया जलाने का
लोगों की बात से क्यों परेशान होते हो तुम बच्चों की तरह
लोग तो किसी को भी कुछ भी बोल कर निकल जाते हैं
जब हालात बदल जाएँ, तो लोगों के बोल बदल जाते हैं.
कभी अपने सपनों को हकीकत की दुनिया दिखाओ
खुद को इस दुनिया में आजमाओ
दुनिया में सबसे अलग अपनी पहचान बनाओ.
जब दुनिया तुम पर उँगलियाँ उठाए
जब लोग तुम्हारे रास्ते में मुश्किलें बिछाएँ
तो न हार हौसला इन मुश्किलों के आगे
खुद को साबित कर विजेता, तू पलटकर वार कर.
घर-बार न हमारा न कोई ठिकाना
गर्दिश में हैं सितारे, न पास है खजाना
पर ठाठ देखो अपनी हम दिलों में रहते हैं
हाथों में है मुकद्दर, कदमों में है जमाना.
अगर हिम्मत है कुछ कर दिखाने की
तो हौसलों के सहारे आगे बढ़
…. प् सकता है अपनी मंजिल तू भी
बढ़ा अपने एक-एक कदम आगे
और बुलंदी की ऊँचाइयाँ चढ़.
कर यकीन खुद पे इतना
बुलंद हो तेरा हौसला… ऊँचे आसमां जितना
और लिखे तू हर दिन सफलता की नई दास्ताँ
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